अहमद मुर्तजा अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखा जाए: अखिलेश यादव
अहमद मुर्तजा अब्बासी के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखा जाए: अखिलेश यादव
लखनऊ। गोरखनाथ मंदिर परिसर में हमला करने वाला अहमद मुर्तजा अब्बासी को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि आरोपित के पिता ने कहा है कि वह मनोरोग से पीड़ित है। मुझे लगता है इस पहलू को भी देखना पड़ेगा। भाजपा तो ऐसी पार्टी है जो बात को न जाने कितना खींच देती है। अखिलेश ने मुर्तजा के मामले में प्रदेश सरकार से जांच की मांग की।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी एमएलसी चुनाव को लेकर कन्नौज में पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा पर जमकर हमला भी बोला। अखिलेश ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र की सीरियल किलर है। लोकतंत्र में वोट कैसे लूटा जाता है, उसकी एक्सपर्ट पार्टी बन गई है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने हमारे एमएलसी के उम्मीदवारों को पर्चा भरने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि न सिर्फ कन्नौज बल्कि पूरे प्रदेश में एमएलसी का चुनाव फेयर होगा और अधिकारी निष्पक्ष चुनाव कराएंगे।
बता दें कि नाथ संप्रदाय की सर्वोच्च पीठ और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निवास स्थल गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी सिपाहियों पर रविवार की शाम अहमद मुर्तजा अब्बासी ने धार्मिक नारा लगाते हुए धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर हुई इस सनसनीखेज वारदात के बाद श्रद्धालुओं से भरे मंदिर परिसर में अफरातफरी मच गई।
अब तक सामने आए तथ्य इशारा कर रहे हैं कि यह घटना आतंकी साजिश का हिस्सा हो सकती है। आइआइटी बाम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग कर चुका हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी आतंकी संगठन आइएस से जुड़ा हो सकता है। जांच में लगाई गई यूपी एटीएस और एसटीएफ को उसके लैपटाप से आइएस और सीरिया से जुड़े कुछ वीडियो व साहित्य मिला है।
जांच में जुटी एटीएस और एसटीएफ को मुर्तजा के लैपटाप से आतंकी संगठन आइएस से संबंधित कुछ वीडियो और साहित्य बरामद हुआ है। अब जांच एजेंसियां यह जानकारी जुटा रही हैं कि इसके पास सिर्फ वीडियो हैं या वाकई इसके तार आइएस या किसी आतंकी संगठन से जुड़े हैं।
अहमद मुर्तजा अब्बासी को एटीएस 12 दिनों की रिमांंड पर लेकर एटीएस मुख्यालय लखनऊ पहुंची है। अब मुर्तजा से आगे की पूछताछ एटीएस मुख्यालय में ही होगी। अब्बासी पर गोरखनाथ पुलिस ने हत्या की कोशिश, सरकारी कार्य में बाधा, धार्मिक भावना भड़काने और सेवन सीएलए के तहत मुकदमा दर्ज किया है।